हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) ने एक और उपलब्धि हासिल की है।
वैज्ञानिकों ने एम 29 नस्ल के सात क्लोन कटड़े बनाने के तीन साल बाद कटड़ों के सीमन से दूसरी भैंसों में गर्भाधान शुरु कर दिया है।
मेवात में सीआइआरबी ने पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया था।
जिसके सुखद परिणाम सामने आए हैं। इससे वैज्ञानिकों की टीम उत्साहित है।
एम 29 कटड़ों के बुल बनने के बाद इनके सीमन से तैयार इंजेक्शन से अब तक 1500 भैंसों में गर्भाधान किया जा चुका है।
कटड़ियों को सीआइआरबी ने अपने पास रखकर इन पर अनुसंधान शुरु कर दिया है।
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि एम 29 क्लोन बुल के सीमन से उत्पन्न यह कटड़ियां औसत से ज्यादा दुग्ध देगी।
अभी तक एम 29 की भैंस पहली ही बयांत में 15 से 18 लीटर दूध देती आई हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि दुनिया में एक साथ सात क्लोन कटड़े कहीं तैयार नहीं हुए।