कई बार यूजर्स शिकायत करते हैं कि उनके इलेक्ट्रिक स्कूटर का माइलेज या रेंज उतनी नहीं मिल रहा, जितनी कंपनी ने दावा किया था।
अक्सर इसके पीछे स्कूटर में कोई तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि आपकी कुछ छोटी-छोटी गलतियां हो सकती हैं।
अगर आप भी बेहतरीन रेंज पाना चाहते हैं, तो इन गलतियों पर ध्यान दें और बंद कर दें। इससे आपके इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी जल्दी खत्म नहीं होगी और आप लंबी यात्रा कर पाएंगे।
पेट्रोल स्कूटर की तरह ही इलेक्ट्रिक स्कूटर को अचानक तेज भगाना (फुल थ्रॉटल देना) और फिर अचानक ब्रेक लगाना बैटरी को तेजी से खत्म करता है। ऐसा करने पर मोटर को ज्यादा पावर की जरूरत होती है और रेंज कम हो जाती है।
इसलिए तेज एक्सीलरेशन और हार्ड ब्रेकिंग से बचें। इसका समाधान है कि हमेशा स्थिर गति पर स्कूटर चलाएं। स्पीड को धीरे-धीरे बढ़ाएं और ब्रेक को भी धीरे-धीरे ही अप्लाई करें।
अगर आपके स्कूटर के टायरों में हवा कम है, तो टायर सड़क के ज्यादा संपर्क में आएगा जिससे फ्रिक्शन बढ़ जाता है। ऐसे में स्कूटर को चलाने के लिए मोटर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बैटरी जल्दी ड्रेन होती है।
इसलिए टायरों में हमेशा कंपनी द्वारा सुझाया गया सही एयर प्रेशर (PSI) बनाए रखें। साथ ही इसे नियमित रूप से चेक भी करवाएं।
मोबाइल फोन्स की तरह ही इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी भी गलत तरीके से चार्ज करने पर खराब हो सकती है। स्कूटर को पूरी तरह डिस्चार्ज (0%) होने पर ही चार्ज न करें। इससे उसकी लाइफ और क्षमता दोनों पर बुरा असर पड़ता है।
इसी तरह ओवरचार्जिंग यानी 100% होने के बाद भी चार्जर लगा छोड़ना भी बैटरी को नुकसान पहुंचाता है। बैटरी को हमेशा 20% से 80% के बीच ही चार्ज करने की आदत डालें। जब बहुत जरूरी हो तभी 100% तक चार्ज करें।
इलेक्ट्रिक स्कूटर ज्यादा सामान उठाने के लिए नहीं बने होते हैं। जब आप स्कूटर पर कंपनी द्वारा बताई गई सीमा से ज्याद वजन (जैसे एक साथ तीन लोग या बहुत सारा भारी सामान) लादते हैं,
तो मोटर को ज्यादा पावर की जरूरत होती है। इससे रेंज कम हो जाती है। इसलिए इलेक्ट्रिक स्कूटर पर कम से कम वजन लेकर चलें।