खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अफ्रीका और एशिया के 9 देशों के नागरिकों के लिए पर्यटक और वर्क वीजा जारी करने पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
साल 2026 के लिए यूएई का वीजा प्रतिबंध सुरक्षा, स्वास्थ्य और प्रवासन को लेकर बढ़ती चिंताओं को दिखाता है। हालांकि, यूएई सरकार का आधिकारिक इमिग्रेशन ऑफिस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
खास बात ये है कि इस लिस्ट में भारत के दो पड़ोसी देशों का नाम भी शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार साल 2026 से इन 9 देशों के नागरिक संयुक्त अरब अमीरात में पर्यटक वीजा और वर्क परमिट, दोनों के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। यह प्रतिबंध अगली सूचना तक लागू रहेगा।
इसकी समीक्षा या वापसी के लिए किसी तरह की समय-सीमा घोषित नहीं की गई है। हालांकि, रिपोर्ट बताती हैं कि यह वीजा प्रतिबंध है, न कि यात्रा प्रतिबंध।
लिस्ट में शामिल देशों के नागरिक, जिनके पास पहले से UAE का वैध वीजा है, उन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वे देश में कानूनी रूप से रह और काम कर सकते हैं।
इन 9 देशों के वीजा पर अस्थायी रोक है जैसे कि अफगानिस्तान, लीबिया, यमन, सोमालिया, लेबनान, बांग्लादेश, कैमरून, सूडान, युगांडा
हालांकि, यूएई की सरकार ने कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी नहीं किया है, लेकिन विश्लेषकों ने इसके पीछे कई कारकों की तरफ इशारा किया है। सबसे ज्यादा तर्क राष्ट्रीय सुरक्षा का है।
यूएई ने पहले ही इन चिंताओं के जवाब में इस तरह के उपाय लागू किए हैं। यूएई और कुछ प्रभावित देशों के बीच तनावपूर्ण या जटिल द्विपक्षीय संबंध भी वीजा नीति को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके साथ ही वीजा पर रोक दस्तावेजीकरण को व्यवस्थित करने, पहचान सत्यापन में सुधार और वीजा प्रक्रिया को डिजिटल बनाने के प्रयासों के अनुरूप है।
यूएई कथित तौर पर कागजी कार्रवाई में गड़बड़ियों और पहचान संबंधी धोखाधड़ी को कम करने के लिए अपनी आव्रजन प्रणालियों में व्यापक बदलाव लाने पर काम कर रहा है।