Jind Police Station Theft : एक बहुत ही चर्चित वैब सीरीज है मनी हाईट्स। इसमें बैंक में चोरी करने की घटना को दिखाया जाता है। साथ ही दिखाया जाता है कि चोरों की भर्ती किस प्रकार की जाती है और किस प्रकार पूरी घटना को अंजमा देने के लिए फुल प्रूफ योजना बनाई जाती है। नतीजन चोर अपने मिशन को पूरा करते हैं और अपनी योजना के तहत ही पुलिस से बच कर निकल भी जाती हैं।
यह कहानी हम आपको इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि हरियाणा के जींद में ऐसा मामला आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है। पुलिस का काम चोरी रोकना होता है, लेकिन यहां पुलिस पर ही चोरी का आरोप लगा है। चुंकि चोरी का आरोप पुलिस वालों पर लगा है, ऐसे में इस घटना को नया नाम दिया गया है ‘शगुमशुदगी’। गुमशुदगी किसी सामान के खोने पर होती है, लेकिन यहां चोरी हुई है। बेशक पुलिस इसे स्वीकार नहीं कर रही है।
Jind Police Station Theft : पुलिस स्टेशन के अंदर ही हो गई चोरी
चोरी भी किसी धन्न सेठ या सामान्य व्यक्ति के घर या कार्यालय में नहीं और न ही किसी बड़े अधिकारी के कार्यालय में, बल्कि पुलिस के मालगोदाम में हुई है। घटना स्थल जींद के सदर थाना स्थित मालखाना का कमरा है। इस कमरे में वह सभी सामान (Jind Police Station Theft) रखा जाता है, जो विभिन्न आपराधिक घटनों में बरादम होता है। पुलिस ने सामान बरामद कर मालखाना में तो रख लिया, लेकिन इसकी सुरक्षा करने वाले ही अब इस सामान को गायब बता रहे हैं। पुलिस थाने से यूं सामान चोरी होने को गुमशुदगी तो नहीं कह सकते। ऐसे में यह चोरी हुई। बेशक सरकारी एफआइआर में इसको गबन का नाम दिया गया है।
दरअसल जींद सदर थाना के मालखाना में रखे 23 लाख रुपये नकद व सोने की दो अंगूठियां मिल नहीं रही हैं। जाहिर सी बात है यह नहीं मिलने पर यहां सुरक्षा में लगे लोगों पर भी प्रश्न उठ रहे हैं। पुलिस ने यहां तैनात रहे लोगों से भी इसके बारे में पहले जानकारी ली होगी।
पैसे व सोने की अंगूठियां नहीं मिलने पर ही एफआइआर की गई है। इसमें दो पुलिसकर्मियों का भी नाम आया है। जिस समय यह राशि व अंगूठी (Jind Police Station Theft) गायब हुई, यही लोग मालखाना की देखरेख कर रहे थे। अब पुलिस से जवाब देते नहीं बन रहा है। आखिर इस चोरी को क्या नाम दें।
Jind Police Station Theft : गायब होता रहता है सामान
हालांकि सरकारी कार्यालयों से कंप्यूटर, सरकारी फाइल, सामान्य प्रयोग में आने वाला सामान गायब होता रहता है, लेकिन यह चोरी ऐसी जगह हुई है, जहां इसको सुरक्षित रखने की ही जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई। अब यह सामान नहीं मिल रहा है और जिम्मेदार अधिकारियों के हौश उड़े हुए हैं।










