Jind to Banbhori Dham : हरियाणा के जींद जिले से नवरात्र के मौके पर जो भक्तजन मां के दर्शनों के लिए बनभौरी जाते हैं, उनकी सुविधा का रोडवेज ने ध्यान रखा है। अब रोडवेज ने अपनी बस का बनभौरी के लिए एक और फेरा बढ़ा दिया है। यात्रियों की संख्या अधिक होने व उनकी मांग को देखते हुए रोडवेज प्रशासन ने यह निर्णय लिया है ताकि मां के भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आए।
रोडवेज प्रशासन ने जींद डिपो से यात्रियों की सुविधा को देखते हुए अगस्त महीने में बस जींद से बनभौरी (Banbhori mandir) के लिए चलाई थी। अगस्त से पहले यह बस सेवा लगभग चार महीने बंद रही थी। अगस्त से फिर यह सेवा शुरू की गई है। सुबह आठ बजे जींद से यह बस बनभौरी धाम के लिए चलेगी, जो वहां से वापस आने के बाद दोबारा दोपहर दो बजे फिर से धाम के लिए रवाना होगी।
पहले बस केवल दोपहर बाद दो बजे से जींद बस स्टैंड से चलती थी, जो उचाना होते हुए बनभौरी धाम (Jind to Banbhori Dham) पहुंचती थी। अगले दिन सुबह सात बजे बस बनभौरी से चलकर सुबह आठ बजे जींद पहुंचती थी। जींद पहुंचने के बाद बस को अन्य रूट पर चलाया जाता था, लेकिन अब सुबह आठ बजे के बाद फिर से बस बनभौरी धाम के लिए चलेगी। जींद से बनभौरी का किराया 60 रुपये है।
Jind to Banbhori Dham : माता भ्रामरी देवी की है मान्यता
बनभौरी धाम की काफी मान्यता है। शक्तिपीठ माता भ्रामरी देवी मंदिर बरवाला के बनभौरी गांव में स्थित है। यहां मंदिर में अखंड ज्योत जलती है। नवरात्र में यहां पर पूजा अर्चना करने की विशेष मान्यता है। सुबह चार बजे ही भक्त मां की पूजा करने के लिए पहुंच जाते हैं। यहां मंदिर में नवरात्र पर सैकड़ों की संख्या में अखंड ज्योत जलाई जाती है। छठ पर माता भ्रामरी की पूजा का विशेष महत्व है।
मंदिर का इतिहास बनभौरी धाम मंदिर (Banbhori dham mandir) लगभग 400 साल पुराना है। यहां मान्यता है कि माता भ्रामरी देवी व अष्टभुजी माता महिषासुर वर्धनी की मूर्तियां धरती से ही प्रकट हुई थी। माता के दरबार में आकर श्रद्धालु धागा बांधकर मन्नत मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर यहां दरबार में हाजिरी लगाते है।
मां के भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जींद से बनभौरी धाम के लिए बस का एक फेरा बढ़ा दिया गया है। माता के भक्तों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। पहले बस जींद से दोपहर दो बजे चलती थी। अब यह सुबह आठ बजे भी जाएगी। इससे यात्रियों को काफी लाभ होगा।
–जसमेर खटकड़, डीआइ जींद बस स्टैंड













