Chandigarh Delhi Airport Bus Service : हरियाणा रोडवेज के चंडीगढ़ से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) और उत्तर प्रदेश के जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक सुपर लग्जरी बसें चलाने की तैयारी में है। इसका प्रपोजल तैयार कर परिवहन विभाग को भेजा गया है। फिलहाल 18 बसें चलाने की योजना है, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। इन बसों से हवाई सफर करने वालों को सुविधा मिलेगी।
अभी यह तय किया जाना बाकी है कि करीब पौने 2 करोड़ की इन बसों को रोडवेज खरीदेगा या फिर किलोमीटर स्कीम के हिसाब से चलाएगा। रोडवेज इससे पहले भी चंडीगढ़ से दिल्ली एयरपोर्ट तक एसी बसें चलाता था, पर ये बीएस-4 थीं। इनका संचालन दिल्ली में बंद हो गया है। अब जो नई बसें चलेंगी, वे बीएस-6 होंगी। वहीं, रोडवेज को 10 अक्टूबर तक 30 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी।
इनमें से 5 अम्बाला, 15 पानीपत और 10 बसें कुरुक्षेत्र में चलाई जाएंगी। अक्टूबर के अंत तक 20 इलेक्ट्रिक बसें और मिलेंगी। जिन शहरों में अभी 5-5 इलेक्ट्रिक बसें चल रहीं हैं, वहां अगले 3 माह में 5-5 बसें बढ़ाई जाएंगी।

Chandigarh Delhi Airport Bus Service : अक्टूबर 2026 तक 7 जिलों में इलेक्ट्रिक डिपो बनाने का लक्ष्य
अक्टूबर 2026 तक 7 जिलों में इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाने का लक्ष्य है। इनमें करनाल, अम्बाला, पंचकूला, सोनीपत, हिसार, रोहतक व रेवाड़ी शामिल हैं। डिपो के निर्माण के लिए टेंडर हो चुके हैं। अभी पंचकूला, अम्बाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं।
अम्बाला में 10 तो बाकी जगह 5-5 बसें चल रही हैं। पानीपत के पुराने बस स्टैंड पर इलेक्ट्रिक डिपो बनकर तैयार हो चुका है, जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। कुरुक्षेत्र में रोडवेज वर्कशॉप में दो चार्जर लगाए जाएंगे। केंद्र 450 इलेक्ट्रिक बसें देगा, हर डिपो से 50-50 चलाने की योजना केंद्र सरकार हरियाणा को 450 इलेक्ट्रिक बसें देगी।
रोडवेज के हर डिपो में 50-50 इलेक्ट्रिक बसें होंगी। जिन शहरों में फिलहाल इलेक्ट्रिक बसों का संचालन नहीं हो रहा, वहां ये बसें चलाई जाएंगी। सबसे पहले जींद व बहादुरगढ़ को शामिल किया जाएगा। केंद्र की ओर से जो बसें आएंगी, उनमें से फरीदाबाद व गुरुग्राम को भी बसें मिल मिलेंगी।
परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में बसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जल्द ही और भी इलेक्ट्रिक बसें आएंगी। सुपर लग्जरी बसों को लेकर भी विचार हो रहा है।











