Chandpur Sarpanch News : जींद जिले के अलेवा क्षेत्र के नगूरां पीएचसी के अंतगर्त दवा ले रहे एक टीबी मरीज को चांदपुर गांव के सरपंच राजेश नरवाल ने गोद लिया। जिनको प्रोटीन किट वितरित की गई। इस दौरान हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य निरीक्षक नरेंद्र ढांडा ने की तथा मुख्य रूप से सरपंच राजेश नरवाल ने भाग लिया।
सरपंच राजेश नरवाल (Chandpur Sarpanch News) ने कहा कि टीबी के मरीजों को गोद लेना व उनकी देखभाल करना एक पुण्य का कार्य है। यह कार्य कोई भी सामाजिक कार्यकर्ता, सरपंच, स्कूल अध्यापक या कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने स्तर पर एक-एक टीबी मरीज को गोद ले सकता है। जिससे मरीज को सामाजिक दृष्टि से सहानुभूति मिलेगी तथा उससे प्रोटीन युक्त आहार मिलेगा।
किट में दाल, तेल, सोयाबड़ी, मंूगफली, पोषक बिस्कुट, चावल आदि शामिल है। पोषण कीट मे शामिल पौषक तत्वों से टीबी मरीजों की शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्वि होती है। जिससे वह जल्दी ठीक हो जाता है। दिसबंर 2025 तक प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें।
स्वास्थ्य निरीक्षक ने कहा कि टीबी बीमारी किसी भी आयु वर्ग को हो सकती है। यह संक्रामक रोग है। इसके कीटाणु मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करते है। जिसके कारण फेफड़ों को टीबी होती है। कभी-कभी यह शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि टीबी के संभावित मरीजों में मुख्य रूप से दो सप्ताह से ज्यादा लगातार खांसी रहती है। शाम के समय बुखार, छाती में दर्द रहना, भूख न लगना, बलगम में खून आना, लगातार वजन कम होना होता है। अगर इसी तरह के लक्ष्ण दिखाई दें तो व्यक्ति को तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच करवाएं।











