Devender Singh vs Brijender singh : उचाना सीट पर देवेंद्र अत्री वर्सेज बृजृेंद्र अत्री मामले में अगली सुनवाई 23 कोहरियाणा में चर्चित मामला बन चुकी उचाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह द्वारा रिजेक्ट वोटों की रिकाउंटिंग को लेकर याचिका पर शुक्रवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें बृजेंद्र सिंह और देवेंद्र अत्री की याचिका पर इश्यू फ्रेम किए गए। मुख्य याचिका के प्रमुख प्वाइंट और बिंदू निर्धारित किए गए। अब इन पर मंगलवार को इन बिंदुओं पर बहस होगी, जिसके बाद आगामी फैसला होगा।
इससे पहले 11 सितंबर को बृजेंद्र सिंह की चुनाव याचिका को खारिज करने की देवेंद्र अत्री की अपील पर हाईकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली थी और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अनूप चिटकारा की अदालत ने अब इस मामले में मुख्य चुनाव याचिका पर 19 सितंबर को सुनवाई करने की बात कही थी।
Devender Singh vs Brijender singh : 32 वोटों से हार गए थे बृजेंद्र सिंह
गौरतलब है कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बृजेंद्र सिंह उचाना सीट से केवल 32 वोटों से चुनाव हार गए थे और उसके बाद इस मामले में उन्होंने रिजेक्ट हुए वोटों की रिकाउंटिंग करवाए जाने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी।
उनका कहना था कि अगर रिजेक्ट हुए वोटों की संख्या हार जीत के मार्जिन से ज्यादा है, तो उनकी दोबारा से गिनती किया जाना जरूरी है और वह एक निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत वीडियो ग्राफी के बीच की जानी चाहिए। लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने कानून को अनदेखा करते हुए उन वोटों की गिनती नहीं करवाई।
Devender Singh vs Brijender singh : 215 वोट रिजेक्ट या कैंसिल हुए
याचिका को देवेंद्र अत्री वर्सेज बृजेंद्र सिंह बनाया गया है। इसमें बृजेंद्र की याचिका पर देवेंद्र अत्री के वकील ने आपत्ति उठाते हुए कई ऑब्जेक्शन लगाए थे। लेकिन कोर्ट ने सभी ऑब्जेक्शन को खारिज करते हुए मुख्य याचिका पर सुनवाई के आदेश दिए।
उचाना विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री को 48 हजार 968 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को 48 हजार 936 वोट मिले थे। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह 32 वोटों से हार गए थे। इस चुनाव में 400 के करीब बैलेट पेपर की काउंटिंग की गई थी, तो इनमें से 215 वोट त्रुटियों के कारण रिजेक्ट या कैंसिल हो गए थे।













