Devender Attri Vs Brijender Singh : हरियाणा में चर्चित मामला बन चुके उचाना विधानसभा सीट पर भाजपा विधायक देवेंद्र अत्री और कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह के बीच वोटों की रिकाउंटिंग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई चल रही है। उचाना विधायक देवेंद्र ने हाईकोर्ट से बृजेंद्र सिंह द्वारा डाली गई याचिका को खारिज करने की मांग की थी लेकिन हाईकोर्ट ने देवेंद्र अत्री की याचिका को अस्वीकार कर दिया है। अब 19 सितंबर को मुख्य याचिका पर सुनवाई शुरू होगी।
काबिलेगौर है कि 11 सितंबर को बृजेंद्र सिंह की चुनाव याचिका को खारिज करने की देवेंद्र अत्री की अपील पर उच्च न्यायालय ने सुनवाई पूरी कर ली थी और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस मामले में बताया गया है कि आज सुबह उच्च न्यायालय ने अपना फैसला सुना दिया है और देवेंद्र चतुर्भुज अत्री की चुनाव याचिका खारिज करने की दलीलों को खारिज कर दिया है। मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अनूप चिटकारा की अदालत ने अब इस मामले में मुख्य चुनाव याचिका पर 19 सितंबर को सुनवाई करने की बात कही है।
कोर्ट कह चुकी, मामले को जल्द से जल्द निपटाया जाए
यहां बता दें कि पिछले साल हुए चुनाव में बृजेंद्र सिंह केवल 32 वोटों से चुनाव हार गए थे और उसके बाद इस मामले में उन्होंने रद्द हुए वोटों की गिनती करवाए जाने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी। उनका कहना था कि अगर रद्द हुए वोटों की संख्या हार जीत के मार्जिन से ज्यादा है तो उनकी गिनती किया जाना जरूरी है और वह एक निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत वीडियो ग्राफी के बीच गिनती की जानी चाहिए। लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने कानून को अनदेखा करते हुए उन वोटों की गिनती नहीं करवाई।
अदालत इस मामले में पहले ही कह चुकी है कि किसी प्रकार की देरी नहीं की जानी चाहिए। अदालत ने यह भी कहा था कि चुनाव याचिका लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण है और इस मामले में अदालत इतिहास रचना चाहती है इसलिए दोनों ही पक्षों के अधिवक्ता मामले को टालने का काम न करें। बृजेंद्र सिंह द्वारा दायर चुनाव याचिका पर सुनवाई के दौरान अब अदालत दोनों पक्षों की दलीलों को सुनेगी और उसके बाद वह इस पर फैसला लेगी।
Devender Attri Vs Brijender Singh : बृजेंद्र सिंह ने याचिका दायर की थी
उचाना सीट पर भाजपा के देवेंद्र अत्री ने मात्र 32 वोटों से बृजेंद्र सिंह को हराया था। मार्च 2025 में बृजेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि जो कैंसिल या रिजेक्ट वोट होते हैं, यदि उसका अंतर इलेक्शन की हार-जीत के अंतर से ज्यादा है, तो गिनती खत्म होने के बाद उन सभी कैंसिल वोटों की दोबारा से जांच रिटर्निंग अधिकारी को मौके पर करनी होती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उचाना विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री को 48 हजार 968 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को 48 हजार 936 वोट मिले थे। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह 32 वोटों से हार गए थे। इस चुनाव में 400 के करीब बैलेट पेपर की काउंटिंग की गई थी, तो इनमें से 215 वोट त्रुटियों के कारण रिजेक्ट या कैंसिल हो गए थे।













