DAP fertilizer : जींद जिले में में डीएपी व टीएसपी की बिक्री पर लगाई रोक डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने हटा दिया है। इस संबंध में सभी खाद डीलर्स और जिला कृषि उपनिदेशक को डीसी की तरफ से पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि जिले में दलहन और तिलहन की बिआई का कार्य शुरू हो चुका है।
इसलिए किसानों की आवश्यकताओं और सुविधा को ध्यान में रखते हुए डीएपी और टीएसपी की बिक्री की अनुमति प्रदान की जाती है। सभी खाद विक्रेता यह सुनिश्चित करें कि किसानों को आवश्यकता अनुसार डीएपी और टीएसपी उर्वरक की निर्बाध उपलब्धता एवं बिक्री की जाए। ताकि किसी भी किसान को उर्वरक प्राप्त करने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
बता दें कि डीसी (DC Jind) ने 13 अगस्त को जिले में डीएपी, टीएसपी, एसएसपी व अन्य फास्फेटिक उर्वरकों के भंडारण करने एवं बिक्री पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया था। तब जारी पत्र में कहा गया था कि जिला में आगामी रबी फसलों की बुवाई के लिए 27 हजार एमटी डीएपी की आवश्यकता है।
DAP fertilizer : 30 सितंबर तक लगाई थी प्रशासन ने DAP की बिक्री पर रोक
धान की फसल में अगस्त में डीएपी (DAP) की जरूरत नहीं है। इसलिए सभी फास्फेटिक उर्वरकों की बिक्री 30 सितंबर तक पूर्ण रूप से निषेध की की थी। केवल भंडारण की अनुमति दी जाती है। ताकि रबी फसलों की बिवाई के समय किसानों को यह पर्याप्त मात्रा में निर्बाध रूप से प्राप्त हो सके।
खरीफ फसलों की बढ़वार की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए नहीं तो यह चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के वैज्ञानिकों द्वारा खरीफ फसलों की संस्तुतियों के अंतर्गत अनुशंसित है और न ही यह फसल के उत्पादन लागत में अनावश्यक वृद्धि के कारण किसान हित में है। इस अवस्था में खेत में प्रयुक्त फास्फेटिक उर्वरक पौधे को उपलब्ध न होने के कारण किसानों का फसल उत्पादन खर्च अनावश्यक रूप से बढ़ता है।
DAP fertilizer : सरसों की बिजाई होने वाली है शुरू, इसलिए प्रतिबंध हटाया
जिला प्रशासन के पास यह भी रिपोर्ट आ रही थी कि किसान आगामी गेहूं के सीजन के लिए एडवांस में ही डीएपी खरीद कर स्टाक कर रहे हैं। जिससे कालाबाजारी होने का भी अंदेशा था। जिसको ध्यान में रखे हुए डीसी की तरफ से 13 अगस्त को डीएपी की बिक्री पर 30 सितंबर तक प्रतिबंध लगाया गया था। आगामी दिनों में सरसों व अन्य रबी फसलों की बिजाई शुरू होने वाली है। इसके चलते किसान डीएपी की बिक्री पर लगे हुए प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे थे।
वहीं कृषि विभाग (Agriculture department) की तरफ से भी डीसी से 30 सितंबर से पहले ही डीएपी की बिक्री शुरू करने का आग्रह किया गया था। जिसके बाद डीसी ने डीएपी व टीएसपी पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया। वहीं एनपीके व एसएसपी पर लगा प्रतिबंध दो सितंबर को पहले ही हटा दिया गया था। जिले में करीब साढ़े 12 हजार एकड़ में सरसों की बिजाई होनी है। वहीं करीब दो लाख 15 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई होगी। गेहूं की बिजाई 25 अक्टूबर से शुरू होती है। हालांकि गेहूं की बिजाई के लिए अभी करीब एक माह का समय बचा हुआ है।











