Combine Harvester SMS : जींद में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। रेड और येलो जोन घोषित किए गए गांवों पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा है। प्रत्येक ब्लाक पर नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी निरंतर क्षेत्र में रह कर कड़ी निगरानी रखेंगे। जिला के सभी कंबाइन हार्वेस्टर मालिकों एसएमएस का प्रयोग करना जरूरी है। ताकि धान की कटाई के बाद फसल अवशेष का अच्छे से प्रबंधन हो सके। अगर कोई ऐसा नहीं करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित एनआइसी के कान्फ्रेंस हाल में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। इससे पहले वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के उच्च अधिकारी ने समीक्षा बैठक लेकर पराली प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि प्रत्येक 50 किसानों पर एक अधिकारी को तैनात किया गया है, जो पराली प्रबंधन के उपायों की (Combine Harvester SMS) निगरानी करेगा तथा किसानों को जागरूक करेगा।
उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे निरंतर क्षेत्र में गश्त बढ़ाएं और पराली में आग लगाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में आवश्यक कार्य करें। उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को कहा कि निरंतर किसानों को पराली प्रबंधन के लिए जागरूक करते रहें। किसान पराली प्रबंधन करके उसे अपनी आय का जरिया भी बना सकते है। उन्होंने कहा कि सरकार (Combine Harvester SMS) द्वारा पराली प्रबंधन के लिए किसानों को कृषि यंत्र अनुदान पर दिए गए हैं।
सभी किसान इनका सदुपयोग करें। उन्होंने सभी किसानों से भी आह्वान किया कि वे पराली प्रबंधन की दिशा में अपना सकारात्मक सहयोग दें और जिले को जीरो बर्निंग बनाने में अहम भूमिका निभाएं। इस अवसर एडीसी विवेक आर्य, एएसपी सोनाक्षी सिंह, कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. गिरीश नागपाल सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।











