Haryana Floods Relief Scheme : हरियाणा में इस मानसून सीजन में खूब बारिश हुई। प्रदेश में सामान्य से 40 प्रतिशत ज्यादा बारिश के बाद कई जिलों में नदियों के ओवरफ्लो होने से बाढ़ के हालात बन गए। घरों में पानी घुस गया, खेतों में फसलें बर्बाद हो गई। अब हरियाणा सरकार द्वारा जिन लोगों को जितना नुक्सान हुआ है, उस हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए कुछ पैरामीटर तैयार किया गए हैं, जिनके अनुसार 10 हजार से लेकर 4 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता की जाएगी।
बाढ़ पीड़ितों के नुकसान को कवर करने के लिए नायब सैनी सरकार ने राहत योजना के तहत पूरी लिस्ट तैयार की गई है। इस लिस्ट के अनुसार किस तरह के नुकसान में कितना पैसा दिया जाएगा, यह तय किया गया है। राहत योजना के तहत जान-माल के नुकसान से लेकर पशुधन को होने वाले नुकसान को भी कवर किया गया है। किसानों की फसल को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए फसल बीमा योजना के तहत पहले ही क्लेम लिए जा रहे हैं।
अगर हरियाणा में बाढ़ की वजह से किसी की जान गई है तो उसे सरकार की तरफ से 4 लाख रुपए की राहत राशि मिली। अगर बाढ़ की वजह से कोई चोटिल हो गया या शरीर का 60 प्रतिशत से ज्यादा अंग भंग हो गया है तो उसे 2.50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी। वहीं जिन लोगों को 40 से 60 प्रतिशत के बीच शारीरिक नुकसान हुआ है, उन्हें 74 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।

क्रम नुकसान राहत राशि
1 मृत्यु 4 लाख रुपये
2 अंग भंग (60% से ज्यादा) 2.5 लाख रुपये
3 अंग भंग (40 से 60%) 74,000 रुपये
Haryana Floods Relief Scheme मकान-दुकान के नुकसान पर मिलेगी ये राहत राशि
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत योजना के तहत अगर किसी के घर और दुकान को नुकसान पहुंचा है तो उसके लिए सरकार की तरफ से मुआवजा राशि तय की गई है। इसके अनुसार मैदान क्षेत्र में घर को हुए नुकसान के 1.20 लाख रुपए, पहाड़ी क्षेत्र के लिए 1.30 लाख रुपए दिए जाएंगे। अगर मकान को आंशिक रूप (15%) से घर को नुकसान होता है तो 10,000 रुपये मिलेंगे। गांव में दुकान, संस्थान या उद्योग को नुकसान होने पर एक लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जा रहा है।
Haryana Floods Relief Scheme किसानों के लिए ये है राहत योजना
बाढ़ के बाद अगर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है तो वो किसानों को हुआ है। किसानों की मेहतन पर पानी फिर गया। फसलें बर्बाद हो गई। अभी तक भी फसलों से पानी नहीं उतर पाया है। किसानों को फसल के नुकसान के मुआवजे के रूप में पीएम फसल बीमा योजना के अलावा भी राहत राशि दी जाएगी। उन्हें 7000 से 15000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा दुधारू पशुओं भैंस, गाय और ऊंटनी की मृत्यु होने पर 37,500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। भेड़, बकरी और सुअर के लिए मुआवजे के तौर पर 4000 रुपये दिए जा रहे हैं। दूध न देने वाले पशु जैसे ऊंट, घोड़ा और बैल के लिए 32,000 रुपये दिए जा रहे हैं। मुर्गी पालकों को 10,000 रुपये की राहत राशि दी जा रही है।











